कानोड़ :- तारीख़ पर तारीख़ देते रहे विधायक, महिलाओं सहित गुस्से से भरे सैकड़ों लोग उतरे सड़क पर।
पिछले 3 वर्षों से कानोड़ की सड़कों का हाल कुछ ऐसा हो गया है कि 100 किलोमीटर के दायरे में लोगों को कानोड़ नाम से सिर्फ टूटी सड़कें ही दिखाई दे रही हैं, जिसका समाधान शायद ही किसी के पास है।
सत्ताधारियों को यह समझना चाहिए कि यहाँ के निवासियों के व्यापार पर कितना बुरा असर पड़ रहा है। कम आय वाले लोगों को अस्पताल के चक्कर लगाने पड़ते हैं, क्योंकि धूल यहाँ की हवाओं में इस कदर घुल-मिल गई है कि हर साँस के साथ यह मिट्टी फेफड़ों को खराब कर रही है। सड़कों की इसी हालत के कारण यहाँ रोज़ दुर्घटनाएँ होती रहती हैं, और अब तक 2 व्यक्तियों की मृत्यु भी हो चुकी है।
सड़क पर उतरे लोगों ने मुख्यमंत्री, कलेक्टर, विधायक, लोक निर्माण विभाग, उपखंड अधिकारी, कनिष्ठ सहायक अभियंता एवं अधीक्षी अभियंता के नाम ज्ञापन सौंपते हुए लिखा कि “अगर 7 दिनों के अंदर सड़क नहीं बनी, तो हम सड़क पर बैठकर धरना प्रदर्शन करेंगे और चक्का जाम कर दिया जाएगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।”
गुस्से में भरी जनता ने तो पार्षद और विधायक को “जूतों की माला पहनाने” तक की बात कर दी है।




